इस जगत में कल क्या होगा, यह कोई नहीं जानता.
इस कहानी में युगल प्रेमी, विजय और मोना, आने वाले कल के खतरे से बेखबर, अपनी प्रेम-लीला में तल्लीन हैं. फिर...शायद उनके प्यार को नज़र लग जाती है. विजय को एक बड़ा आघात लगता है, जिसे वो सहन नहीं कर पाता, वो टूट जाता है. उसकी दुनिया वीरान हो जाती है.
फिर...ज़िन्दगी के एक मोड़ पर, विजय के जीवन में साथी नाम की एक प्रेम दीवानी का आगमन होता है. विजय, साथी के प्रेम में अपने दिल पर लगे आघात को भुलने लगता है. दोनों प्रेम की एक अटूट डोर से बंध जाते हैं.
एकाएक, ऐसा क्या हो गया---
विजय मर-मर कर क्यों जी रहा है?
साथी खून के आंसू पीने पर क्यों मजबूर हो गई है?
आपके मन में उठते ऐसे कई सवालों के जवाब आप पा सकते हैं, अनिल अग्रवाल द्वारा लिखित, तीसरा रास्ता - एक दुर्भाग्यपूर्ण प्रेम कहानी में.
अंधी मोहब्बत
यह कहानी है – राजेश की -
उसकी अंधी मोहब्बत की - जो उसने पूनम के साथ की -
पूनम जो उस कॉलेज में लेक्चरर है, जिस कॉलेज में राजेश फाइनल इयर का स्टूडेंट है.
राजेश, पूनम से एक पागल-दीवाने की तरह मोहब्बत करता है.
उसकी मोहब्बत पागलपन और दीवानगी की सारी हदें पार कर देती है.
राजेश जब अपनी मोहब्बत का इज़हार पूनम से करता है, तो उसे मालूम पड़ता है -
वो एक विवाहिता है.
फिर राजेश की बेपनाह मोहब्बत का क्या होगा?
क्या पूनम उसकी मोहब्बत को कभी समझ पायेगी?
क्या राजेश का जूनून पूनम को हासिल करने में कभी कामयाब हो सकेगा?
आपके मन में उठते ऐसे कई सवालों के जवाब आप पा सकते हैं,
इस, अनिल अग्रवाल द्वारा लिखित, एक अनोखी प्रेम कहानी में.
यह कहानी है – प्रिया की –
उसके पवित्र और निर्मल प्रेम की, जो उसका आकाश के साथ हुआ.
क्या प्रिया के नाज़ुक और कोमल प्रेम को आकाश निभा पायेगा?
आकाश की बेवफ़ाई के बाद प्रिया की क्या प्रतिक्रिया होगी?
क्या करेगी प्रिया?
आकाश का क्या होगा?
क्या प्रिया, आकाश को माफ़ कर सकेगी?
क्या आकाश को प्रिया से माफ़ी मांगने का मौका मिलेगा?
आपके मन में उठते ऐसे कई सवालों के जवाब आप पा सकते हैं,
इस, अनिल अग्रवाल द्वारा लिखित, एक नाकामयाब प्रेम कथा में.
यह कहानी है –
राजीव की –
उसके निश्छल प्रेम की, जो उसने अपनी बेवफ़ा पत्नी काजल से किया
काजल – एक जवान और अत्यंत खुबसूरत वफ़ादार प्रेमिका, परन्तु एक बेवफ़ा नक़ाबपोश पत्नी
राकेश – काजल का आवारा अशिक़, जिसने काजल के साथ मिल कर राजीव को बरबाद करने की योजना बनाई
अंतत: राजीव एक दिन कुछ बहुत बड़ा सोच लेता है, अपनी बेवफ़ा नक़ाबपोश पत्नी काजल और उसके आवारा अशिक़ राकेश से भयानक बदला लेने का
राजीव कैसे काजल को बेनक़ाब करता है?
राजीव का वोह भयानक बदला, जिससे तीनों की ज़िंदगियाँ ख़त्म हो जाती हैं
क्या था राजीव का वोह भयानक बदला?
जानने के लिए अवश्य पढ़िए, अनिल अग्रवाल द्वारा लिखित एक थ्रिलर – बेनक़ाब
यह कहानी है –
मिताली की –
दूसरी शादी के बाद वह खुश थी, अपने अधेड़ पति सुधीर के साथ उसके दिन मज़े में गुजर रहे थे.
बीवी होने के नाते वह सुधीर के करोड़ों के पेंट हाउस पर अपना कानूनन अधिकार जमाना चाहती थी.
पर वह इस सच्चाई से अंजान थी - पेंट हाउस पर क़ानूनी अधिकार लता का था.
फिर एक दिन लम्बी बीमारी की वजह से सुधीर का देहांत हो जाता है.
मिताली अधर में लटकती रह जाती है.
मिताली का एक-एक पल इसी सोच में गुजर रहा था - वह कैसे सुधीर के करोड़ों के पेंट हाउस और करोड़ों की प्रतिभा ट्रेडर्स पर अधिकार कर सके.
मिताली का लालच चरम सीमा पर पहुँच चुका था.
करोड़ों का पेंट हाउस और करोड़ों का प्रतिभा ट्रेडर्स को अपने अधिकार में लेने के लिए वह अपने आशिक़ कुणाल को मदद के लिए बुला लेती है.
क्या करोड़ों के पेंट हाउस पर अधिकार करने का लालच मिताली को डुबो देगा ?...
क्या करोड़ों के प्रतिभा ट्रेडर्स पर अधिकार करने का लालच मिताली को डुबो देगा ?...
जानने के लिए अवश्य पढ़िए –
अनिल अग्रवाल द्वारा लिखित - लालच